Krus Ka Sandesh-23 – अनंत जीवन (2)
(मत्ती 7ः21)जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य
Krus Ka Sandesh-22 – अनंत जीवन
मती 7ः21 , 1 यूहन्ना 5ः16-17मत्ती 7ः21 जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में
Krus Ka Sandesh-21 – यह रहस्य महान है
(मत्ती 27ः51-54)और देखो मन्दिर का परदा ऊपर से नीचे तक फट कर दो टुकड़े हो गयाः और धरती
Krus Ka Sandesh-20 – यीशु के अंतिम सात वचन (3)
यूहन्ना 19ः28-30इस के बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका; इसलिये कि पवित्र शास्त्र
Krus Ka Sandesh-19 – यीशु के अंतिम सात वचन (2) ।
यूहन्ना 19ः26-27यीशु ने अपनी माता और उस चेले को जिस से वह प्रेम रखता था, पास खड़े देखकर
Krus Ka Sandesh-18 – यीशु के अंतिम सात वचन
(लूका 23ः 33-34)“और जब वे खोपड़ी नामक स्थान पर पहुंचे, तो वहां उन्होंने उसे और उन अपराधियों को
Krus Ka Sandesh-17 – यीशु का क्रूस पर चढ़ाया जाना
(मत्ती 27ः44)“इसी प्रकार डाकू भी जो उसके साथ क्रूसों पर चढ़ाए गए थे उस की निन्दा करते थे॥“
Krus Ka Sandesh-16 – यीशु का क्रूस पर चढ़ाया जाना
पवित्र शास्त्र(यूहन्ना 19ः23-24)जब सिपाही यीशु को क्रूस पर चढ़ा चुके, तो उसके कपड़े लेकर चार भाग किए, हर
Krus Ka Sandesh-15 – काँटों के मुकुट का प्रावधान
कांटों के ताज का प्रावधानपवित्र शास्त्र : मरकुस 15ः16-20(16)और सिपाही उसे किले के भीतर आंगन में ले गए
Krus Ka Sandesh-14- चंगा करने वाला प्रभु
चंगा करने वाला प्रभु।1 पतरस 2ः24वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर